Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana: बिहार सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना शुरू की है। इस योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10 हजार रुपये ट्रांसफर किए हैं।
यह योजना महिलाओं को अपना छोटा-मोटा व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की हर परिवार की एक महिला को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
क्या है मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना?
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना बिहार की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को लक्षित करती है। योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रारंभिक वित्तीय सहायता दी जाती है।
हाल ही में लॉन्च हुई इस योजना में 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने आवेदन किया है, और 75 लाख महिलाओं को पहली किस्त मिल चुकी है। यह योजना केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त कोशिश है, जो महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देने पर फोकस करती है। 27
योजना से मिलने वाले लाभ
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना महिलाओं को न केवल पैसे की मदद देती है, बल्कि उन्हें ट्रेनिंग और बाजार सहायता भी प्रदान करती है। इससे महिलाएं अपना व्यवसाय सफलतापूर्वक चला सकती हैं।
सबसे पहले इन महिलाओं को दी जाएगी प्राथमिकता
योजना की शुरुआत में प्रत्येक पात्र महिला को 10 हजार रुपये की एकमुश्त राशि दी जाती है। यह राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए उनके खाते में आती है। ध्यान रहे, यह हर महीने नहीं मिलती, बल्कि व्यवसाय शुरू करने के लिए शुरुआती मदद है। इस राशि से महिलाएं सिलाई, पशुपालन, किराना दुकान या अन्य छोटे काम शुरू कर सकती हैं।
इसके अलावा ₹200000 तक मदद
व्यवसाय शुरू करने के बाद सरकार उसका मूल्यांकन करती है। अगर जरूरत पड़ी तो महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय मदद मिल सकती है। यह सहायता महिलाओं को उनके काम को बढ़ाने में मदद करती है। साथ ही, योजना से जुड़ी महिलाओं को स्वयं सहायता समूह (SHG) से जोड़ा जाता है, जहां उन्हें प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिलता है। इससे महिलाओं की आय बढ़ती है और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
पात्रता मानदंड
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ लेने के लिए कुछ सरल शर्तें हैं।
- महिला की उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वह बिहार की निवासी हो और उसके परिवार की एक सदस्य हो।
- योजना मुख्य रूप से जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए है, लेकिन गैर-समूह वाली महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
- गरीब परिवारों की महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
- आवेदक के पास आधार कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल नंबर होना जरूरी है।
- अगर महिला पहले से किसी अन्य सरकारी योजना से लाभ ले रही है, तो भी वह पात्र हो सकती है, लेकिन जांच के बाद फैसला लिया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में आवेदन करना बहुत आसान है। महिलाएं घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
- सबसे पहले जीविका की आधिकारिक वेबसाइट mmry.brlps.in पर जाएं।
- वहां रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें।
- फॉर्म में अपना नाम, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स, मोबाइल नंबर और व्यवसाय का प्रकार दर्ज करें।
- साथ ही, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करने के बाद स्टेटस चेक करने का विकल्प मिलता है।
- अगर आवेदन स्वीकृत होता है, तो राशि सीधे खाते में आएगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका दीदियां मदद कर सकती हैं, जबकि शहरी महिलाएं वेबसाइट से सीधे आवेदन करें।
- आवेदन की अंतिम तिथि अभी उपलब्ध है, लेकिन जल्दी करें।
योजना की सफलता और प्रभाव
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी, जिससे परिवार और समाज दोनों मजबूत होंगे। योजना लॉन्च के दिन ही 7,500 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए, जो एक बड़ा कदम है। यह योजना लाखपति दीदी अभियान से भी जुड़ी है, जो महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये कमाने में मदद करती है। अगर आप पात्र हैं, तो तुरंत आवेदन करें और इस अवसर का फायदा उठाएं। यह योजना न केवल पैसे देती है, बल्कि महिलाओं को नई दिशा भी प्रदान करती है।